chidiya ki kahani मे आज आप को बच्चों को सुनने के लिए 10 सब से अछि कहानियाँ सुनाएंगे और उससे आप के बच्चों को सबक भी मिलेगा और मज़ा भी आएगा । chidiya ki kahani बच्चों को बहुत पसंद होती है वो अक्सर इस बात को लेके जिद्द करते है ।
chidiya ki kahani
एक समय की बात है एक चिड़िया अपने परिवार के साथ जंगल मे रहती थी । उसका नाम चिंकी चिड़ियाँ था । चिंकी चिड़िया बहुत शानदार और सुंदर थी हर कोई उससे प्यार करता था । चिंकी चिड़िया के दो बच्चे थे चीकू और चिंगकु चिंकी चिड़ियाँ अपने बच्चों को रोज उड़न सिखाती थी उसका सपना था के उनका परिवार एक लंबी उड़ान एक साथ भरे ।
एक दिन चिंकी चिड़िया ने अपने बच्चों को उड़ान भरते देखा चीकू उड़ान नहीं भर पा रहा था । वो उड़ने की कोशिश कर रहा था मगर उसे उड़न नहीं आरहा था । उसने चिंकी चिड़िया से कहा के माँ ” मुझे उड़ान भरना नहीं आता जब मैं उड़ान भरने की कोशिश करता हूँ तो हमेशा नीचे गिर जाता हूँ ”
चिंकी चिड़िया ने अपने बच्चों से कहा के बेटा ‘हिम्मत मत हरो हर बार गिरना कुछ न कुछ सिखाता है मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ और हम मिल कर उड़ना सीखेंगे ‘चिंकी ने चीकू को उड़ान भरते देखा और उड़ान भरना सिख गया और वो ऊंचा उड़न सिख गया और उसके साथ उसकी मम्मी चिंकी चिड़िया थी ।
चिंकी ने चीकू से कहा “बेटा हमेशा जीवन मे जब मुसीबत आए तो हिम्मत नहीं हारना चाहिए हर मुश्किल को पार करने के लिए एक नई शक्ति हमे मिलती है ”
सिख: इस कहानी से हमे ये सिख मिलती है के हमे कभी भी हिम्मत नहीं हारना चाहिए ।
हिम्मत वाली चिड़िया
एक चिड़िया थी जिसका नाम हर्षाली था । हर्षाली चिड़िया बहुत सुंदर और मजबूत इरादों की मालिक थी । हर्षाली का सपना था के वो अपने झुंड के साथ बहुत लंबी उड़ान भरे और नए नए पर्वतों को छूने का सपना था और ये सपना वो पूरा करना चाहती मगर उसके झुंड वाले इसकी अनुमति नहीं देते थे क्यूँ के अभी वो छोटी थी ।
एक दिन बहुत तेज हवा चल रही थी तो हर्षाली चिड़िया ने सोच के ये अच्छा मौका है के मैं अपना सपना साकार कर सकूँ उसने अपने परिवार और झुंड को कहा और अपने समान को तयार करने लागि । हर्षाली ने झुंड और फॅमिली को भरोसा दिलाया के अपने आप को खतरे मे आने नहीं दूँगी । उसके साथ ही हर्षाली चिड़िया ने परिवार और झुंड के साथ चिड़िया ने उड़न शुरू किया ।
सफर के बीच मे हर्षाली के झुंड ने बड़े बड़े पहाड़ देखे और बहुत सुंदर सुंदर वादियाँ देखे और बहुत मजे कीये झुंड ने साथ मे मिल कर नदियां देखि और अपने सफर मे चिड़िया के झुंड ने बहुत मजे कीये । इस तरह हर्षाली चिड़िया ने अपने सपनों को पूरा किया ।
इस कहानी से हमे ये सिख मिलती है के अगर हम अपने सपनों को शिद्दत से पूरा करने की कोशिश करे तो हम अपने सपनों को पूरा कर सकते है
चिड़िया और शेर की कहानी
एक बार की बात है, एक जंगल में एक छोटी सी चिड़िया नामक चिड़िया रहती थी। वह बहुत ही मासूम और खुशनुमा चिड़िया थी, जो हर किसी के दिल को छू जाती थी। एक दिन, वह अपने जंगल के आस-पास घूम रही थी, तभी एक बड़ा शेर उसे देख लिया।
शेर ने चिड़िया को देखते ही अपने पंजे बढ़ाए और उसे देखने लगा। लेकिन चिड़िया ने डर का इशारा नहीं किया और धीरे-धीरे उसके पास आई। चिड़िया ने शेर से कहा, “नमस्ते, शेर जी। क्या आप कुछ सहायता चाहते हैं?”
शेर ने चिड़िया के सवाल का जवाब दिया, “हाँ, मुझे भूख लगी है और मुझे कुछ खाने का मन है। क्या तुम मुझे एक चिड़िया के अंडे ला सकती हो?”
चिड़िया ने शेर की सहायता की और उसे एक अंडा दिया। शेर ने उसे खा लिया और उसका भूख मिट गया। उसके बाद, शेर ने चिड़िया को धन्यवाद दिया और उससे विदा लिया।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सहायता करने में भलाई होती है और हर कोई अपनी भूख को मिटाने के लिए अपने तरीके ढूंढ लेता है। चिड़िया ने अपनी निर्भीकता और दयालुता के साथ शेर की सहायता की, जो एक अच्छे इंसान की पहचान होती है।